Skip to main content

Featured

तुम

 तुम भागते क्यों हो? : डर लगता है? : किस बात का डर लगता है ? मुझसे, या खुद से? प्यार से… या मेरी आँखों में दिखाई देने वाली अपनी परछाई से? : हां शायद ??  : अच्छा ? अजीब हो तुम…अब तक भीगने का सलीका नहीं आया तुम्हें…बारिश से भी, मोहब्बत से भी ! तुम सोचते हो मैं तुम्हें बाँध लूँगी? है न ?? : कितने सवाल पूछती हो ?? सवालों की पुड़िया कही की ! चलो मैं जा रहा हूं !  : वापस भाग लिए तुम न ! : क्या मैं न! : कुछ नहीं 

Feelings...

किसी गहरे कुएं से होते है ये मन,रहस्यमय और मौन ,इस मन में ना जाने कितने एहसास होते है..

ये एहसास ही है जिन्होंने इंसान को जिंदा रखा है ..इन एहसासों के कितने ही रूप होते जिनको समझना मुश्किल होता है..

इनमें से एक है प्यार का एहसास जो हमे हर किसी के लिए महसूस नहीं होता..इस एहसास को वहीं समझ सकता है जिसने कभी सच्चा प्यार किया हो..कोई किसी एक इंसान के साथ कोई अपनी पूरी दुनिया समेट लेता है ..किसी को छूने का ,किसी को पाने का ,किसी का हो जाने का एहसास ,

पूरी पूरी रात किसी के खयालों में खो जाने का एहसास,
किसी को खोकर किसी उसकी कमी का एहसास ..किसी की यादों में पूरी उम्र गुजार देने का एहसास.. प्यार में खुद को खो देने का एहसास.

और इन्हीं एहसासों की फिर कहानियां होती है कुछ अधूरी ,तो कुछ पूरी ... कुछ कही गई तो कुछ अनकही रह जाती है .
पर सबकी की एक कहानी होती है ..शायद ही कोई होगा जिसकी कोई कहानी नहीं होती ...और इनमें से सबसे ज्यादा चुभती है

अधूरी, अनकही कहानियां ...!!


Comments

Popular Posts