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Love for you ...❤️
हा माना बहुत दूर हू मै तुमसे.... पर बारिश की बरसती हर बूँद मे मै ही हू जो बरसती ही इसलिए है ताकि तुम्हारे जिस्म को छू सके....छू सके वो हर लम्हा जो तुमने मेरे साथ गुजारा ....छू सके तुम्हारे दिल की धड़कनो को जो अब मुझमे ही बस जाना चाहती है... छू सके उन पलों को जो तुमने मेरे बिना मेरी यादो मे बिताया..... हा सच कहु तो ये बूँदे चाहती है हर एक उस बात को छूना जिसमे मेरे लिए बेपनाह इश्क़ है.... वो आसमानी इश्क़ जो बरसता है उस आसमां से सिर्फ और सिर्फ तुम्हारा हो जाने को.... जानती हू उन जज्बातों को तुम कभी सामने ला नहीं पाओगे पर क्या पता उन बारिश की बूंदो के बहाने हमारा प्यार आँगन मे लगी
तुलसी की तरह और भी पनप जाये..!!
( शिव ये सारी वो बाते है जो मै कभी आपसे कह नहीं सकी .. क्योंकि आपको इन सारी बातों से घुटन हो रही थी .. शिव याद आती हैं आपकी बहुत.. सोचती हूं एक बार आकर बस गले लगा लो और कह दो अरु सब कुछ सच है? कितना नादान है ना ये दिल जो सोचता है कि एक बार आपको फोन कर लू और आपसे लड़ लेे इत्ता सारा ..पूछ लेे शिव कैसे हो ? कभी याद क्यों नहीं करते अपनी अरु को 😑..)
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