Featured
- Get link
- X
- Other Apps
कुछ अनकही बाते
अंदर से मर जाना पता है ..?
हां हम बस अब अंदर से मर चुके है .. और शिव आप हो इसकी वजह .. क्या बिगाड़ा था मैने .. एक लड़की जिसका सपना बस प्रेम था उसे बिखेर दिया आपने .. आपको पता है अब मेरे अंदर का प्रेम मर चूका है .. पहले प्रेम लिखते थे हम अब लिख नही पाते . .. जैसे अंदर से सब कुछ खत्म हो गया है यूं लगाता
मै कई चीज़ों से सिर्फ़ इसलिए भागती हूं क्योंकि उनके साथ आपकी यादें जुड़ी है .. प्रेम भी उनमें से एक है .. हां अब प्रेम से हम दूर ही रहते और अगर आप देखो मेरे लिखे हुए को तो इसका अंदाजा आपको आ जायेगा ..ऐसा नहीं मैंने आगे बढ जाने की कोशिश नही की.. मैंने न जाने कितने ही गाने सुनने बंद कर दिए जो मुझे आपकी दिलाते थे, वो गाने गुनगुनाने बंद कर दिए जिनमें से आपकी आवाज़ की ख़ुशबू आती थी..पर हर बार में नाकामयाब रही ... खुद को कैद कर लिया है मैने समझ नहीं आ रहा क्या करू .. कैसे भुला दू आपको
मैंने आपकी यादों को ख़ुद के कई हिस्सों से जोड़ दिया, जिन्हें आपके साथ ही रुख़सत हो जाना चाहिए था..!!Comments
Popular Posts
Antim Aranya: Nirmal Verma Book Review
- Get link
- X
- Other Apps
प्रेमी बिछड़ने के बाद रोम रोम में प्रेम होता है। आत्मा 💕 ईश्वर
ReplyDelete