Skip to main content

Featured

तुम

 तुम भागते क्यों हो? : डर लगता है? : किस बात का डर लगता है ? मुझसे, या खुद से? प्यार से… या मेरी आँखों में दिखाई देने वाली अपनी परछाई से? : हां शायद ??  : अच्छा ? अजीब हो तुम…अब तक भीगने का सलीका नहीं आया तुम्हें…बारिश से भी, मोहब्बत से भी ! तुम सोचते हो मैं तुम्हें बाँध लूँगी? है न ?? : कितने सवाल पूछती हो ?? सवालों की पुड़िया कही की ! चलो मैं जा रहा हूं !  : वापस भाग लिए तुम न ! : क्या मैं न! : कुछ नहीं 

Lonliness....

कभी अकेलापन महसूस किया है??
अपनो ने साथ छोड़ दिया मुँह मोड़ लिया ये सब किताबी बाते नही...वो अकेलापन जिसमे अपने अस्तित्व पर भी शक होने लगे जहां आप बिस्तर के एक कोने पर पड़े हो और आपको लगे कि मेरी रूह ही निकल कर मुझसे बात कर ले...
कितना कुछ कहना चाहते है लेकिन कह नही पाते और फिर वो अनकही बाते सीने में बीचो बीच कहीं जम सी जाती है जो कुछ ही वक़्त में दर्द में तब्दील हो जाती है...
यूँ लगता है मानो दुनिया भर का नशा आपके जिस्म से समा जाए और एक नींद दे जाए आपकी चाहे वो नींद आखिरी ही क्यों ना हो...

Comments

Popular Posts