Featured
- Get link
- X
- Other Apps
पूरानी डायरी के कुछ पन्ने ..
आज पुरानी डायरी के कुछ पन्ने मिले जानते हो शिव कुछ भी नही बदला ..जिनपर कभी अपना प्रेम उतारा था शब्दों के रूप में ..वो जज़्बात वो एहसास सब कुछ आज भी उन पन्नों पर वही कही ठहरे हुए है ..! आज ये तारीख और उस कल की तारीख में बदला है तो बस तुम और तुम्हारा प्रेम .. और छूटा हुआ उंगलियों का साथ मेरी कलम से ..ना जाने क्यूँ ! एक बार फिर से मैं, उस एहसास से भर जाना चाहती हूँ, जब मेरे अंदर पहली बार तुम्हे को चाहने की बात उग आई थी.. मैं फिर से उन्हीं पलों में वापस लौट जाना चाहती हूँ जब तुम मेरे पास थे मैं फिर से उस एहसास को छूना चाहती हूँ .. जानती हूं यह छूना अपने मन के उस कोने को छूने जैसा होगा जहां तुम और तुम्हारी यादे है.. पानी की तरह ऊपर से शांत और अंदर से कई सारे तरंग लिए जैसे किसी की छुवन का इंतजार लिए ..सब अपने अंदर रख लेता हो .. मन भी तो बस पानी की तरह है .. इंतजार होता है बस किसी एहसास या किसी यादों का आने का .. और जैसे ही किसी याद ने छू लिया पूरी तरह से उस से भर जाता है .. ! सोचती हूं क्या तुम्हारे मन के किसी कोने में आज भी मेरी कोई याद है घर किए हुए ? नही शायद इसीलिए तो कभी तुमने एक बार भी हमे पुकारा नही या किसी भी तरह पास आने की कोशिश की .. बुरी हूं ना बहुत शिव मैं..
शिव पर अब देखो ना ये मन तुम्हारी यादों की तरंगों से फिर से भर गया है .. हां बस ये बस मेरे मन पर अंकित होकर मुझमें ही समा जाएँगे... जैसे तुम आज भी मुझ में बसे हो .. ! शिव एक बार आकर खुद को हमसे ले जाना .. तुम्हें संभालते संभालते थक गए है अब हम .. आज भी वैसे ही जिद्दी है ...
तुम और तुम्हारी यादें भी...!!
Comments
Popular Posts
Antim Aranya: Nirmal Verma Book Review
- Get link
- X
- Other Apps
मै मेरी प्रेमिका राधिका का इंतजार बहुत कर रहा हुं। जब भी में आपका ब्लॉग पढ़ता हूं तो दिल रो पड़ता है,सांसे थम जाती है। उसकी यादों में आंसू रुकते ही नही। आखिर सच्चा प्यार होने के बावजूद भी प्रेमियों के बीच विरह क्यों आती है ?
ReplyDeleteकितने सारे सवाल मेने अपने भगवान से किया !
अपनी गलती सुधारने का मौका मांगता हूं भगवान से। बस एक बार मुझे उसे मिलना है। मै नही जनता वो किधर है।
भगवान से यही दुआ है की सभी प्रेमियों की दुआ कबूल हो जाए !।💕❣️❤️♥️🥺
जानती नहीं हो क्या अर्चना
ReplyDelete